Monthly Archives: December 2016
इंसान ! अपने अहँकार अपने गुस्से से !
इंसान ! अपने अहँकार अपने गुस्से से !
इंसान ! अपने अहँकार अपने गुस्से से ! गलतियों से ! खुद को ख़त्म कर देता ! ना कोई ! साथ देने वाला होता ! ना कोई ! हमदर्द रह जाता ! […]
तुम्हारा ! जैसा स्वरुप बने !
उनकी याद ! इत्ती आई !
मैंने ! अपना नाम मौहब्बत रख लिया !
मौत ! का पैग़ाम आये !
देखो दर्शन है ! ये कितना प्यारा !
देखो दर्शन है ! ये कितना प्यारा !
कदम कदम पर ! कही महावीर ,कही गुरुद्वारा ! कही पे मस्जिद ! शिवालय भी है, कितना प्यारा ! बिखरा है ! चारो और अतिशय ! भक्तो ! की भीड़ का भी […]