इंसान ! अपने अहँकार अपने गुस्से से !

इंसान ! अपने अहँकार अपने गुस्से से ! गलतियों से ! खुद को ख़त्म  कर देता ! ना कोई ! साथ देने वाला होता ! ना कोई ! हमदर्द रह जाता ! […]

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